शीदाचल ना वासी, विमलाचल ना वासी,

जिनजी प्यारा, आदिनाथने वन्दन प्रभु जी नु मुखडु मलके,

नयनो माथी वरसे अमीरस धारा, आदीनाथने वंदन हमारा…

प्रभु जी नु मुखडु छे तेज मिलाकर,

दिल मे की ज्योत जमाकर भजले प्रभु ने भावे दुर्गती कदी ना आवे |

जिनजी प्यारा, आदीनाथने वंदन हमारा… || १||

अमे तो मोह माया ना विलासी, तमे छो मुक्ती पुरी ना वासी |

कर्म बन्धन कापो, मोक्ष सुख आपो | जिनजी प्यारा, आदिनाथने वंदन हमारा… || २||

भमीने लाख चोरासी हु आव्यो,

पुन्ये दर्शन तुमारा हु पायो | धन्य दिवस मारो, भवना फेरा टालो |

जिनजी प्यारा आदिनाथने वंदन हमारा… || ३||

अरजी उर मा धरजो हमारी,

अमने आशा छे प्रभुजी तमारी कहे प्रसन्न हवे,

साचा स्वामी तमे, वन्दन करीले अमे जिनजी प्यारा आदिनाथने वंदन हमारा… ||

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