मारा शैशवमां लइने दादा ने द्वार

मारी माताए कीधो मुज पर एवो उपकार..

मारा जीवनमां दइ ने तारो आधार,

मारी माताए कीधो मुज पर एवो उपकार..

लगनी लगाडी एक एवी आ मनमां

 सुविधि सुविधि जपी रहेतो आनंदमां..

नामे एक घेलो कीधो नानी आ वयमां (२)

मारा अंतरमां गूंजे तारो धबकार.. मारी माताए… (१)

जाप एक एवो बळियो, बाकी सहु फोक छे,

जीवतर सुधारे एवो सक्षम आ श्लोक छे.

एना प्रभावे जगमां हरखाता लोक छे (२)

दिवो लइने हण्यो काळो अंधकार…

मारी माताए… (२)

शासननी सेवा काजे शक्ति तुं देजे,

परभव सुधारे एवी भक्ति तुं देजे.

मातानी ममतामांथी मुक्ति तुं देजे (2)

क्यारे बनीश तारो साचो अणगार… मारी माताए… (३)

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