जेनी रम्य कहानी छे, इतिहासे गवाणी छे, 

ज्यांनी ऊर्जा देवोने पण, वाहली वाहली छे, 

मंदिरोनी आ नगरी केम, खाली खाली छे? 

जेनी रम्य कहानी छे, इतिहासे गवाणी छे…(१)

 

आगम मंदिर बोलावे, बोलावे, 

मकाई पोळना देहरा, मनने डोलावे,

 उमरवाडीना पारस, हां पारस, 

सहस्त्रफणा गोते छे, एना वारस, 

सुरजमंडण दादा पासे, वात ए चाली छे, 

मंदिरोनी आ नगरी केम, खाली खाली छे?

 जेनी रम्य कहानी छे, इतिहासे गवाणी छे…(२)

 

१०० गामे बदलाये भाषा, हां भाषा, 

अहीं १० डगले, भेटे छे नवा दादा 

श्रुतना सागर अहीं वेहता, हां वेहता,

 पौषध शाळाने उपाश्रायो, एम कहेता,

 शिखरोए पण नयनां ढाळी, राह निहाळी छे,

 मंदिरोनी आ नगरी केम, खाली खाली छे?

 जेनी रम्य कहानी छे, इतिहासे गवाणी छे…

 ज्यांनी ऊर्जा देवोने पण, वाहली वाहली छे,

 मंदिरोनी आ नगरी केम, खाली खाली छे?

 गोपीपुरानी नगरी, केम खाली खाली छे?

 मंदिरोनी आ नगरीमां, जोवी जाहोजलाली छे…(३)

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