जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है.. (2)

मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है.. (2)

जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है.. (2)

मेरी नैया चलती है, बतवर नहीं चलती,

किसी और की अब मुजको, दरकार नहीं होती,

में डरता नहीं जग से, जब दादा साथ में है..(2)

मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है.. (2)

जो याद करें उनको, दुःख हलका हो जाये

जो भक्ति करे उनकी, वे उनके हो जाये,

ये दिन बोले कुछ भी, पहचान जाते है.. (2)

मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है.. (2)

ये इतने बड़े होकर इन्हों से प्यार करे

अपने भक्तो के दुःख को प्रभु पलभर में दूर करे

सब भक्तो का कहना, प्रभु मान जाते है.. (2)

मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है ..(2)

मेरे मन के मंदिर में दादा का वास रहे,

वो पास या न रहे, दादा मेरे पास रहे,

मेरे व्याकुल मन को ये जान जाते है..(2)

दुःख के दिनों में वोह बड़े काम आते है .. (2)

जब कोई नहीं आता मेरे दादा आते है.. (2)

मेरे दुःख के दिनों में वो बड़े काम आते है.. (2)

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