श्री देव शास्त्र गुरु पूजा ( Dev Shastra Guru Pooja ) केवल रवि किरणों से जिसका यह बाबू जी द्वारा रचित सुप्रसिद्ध एवं मन को आनन्दित करने वाली भक्ति से
जैन पूजन -विधान संग्रह
विदेह क्षेत्र में विराजमान २० तीर्थंकर श्री सीमंधर-युगमंधर-बाहु-सुबाहु-संजात-स्वयंप्रभ-ऋषभानन-अनन्तवीर्य-सूर्यप्रभ-विशालकीर्ति-वज्रधर-चन्द्रानन-भद्रबाहु-भुजंगम-ईश्वर-नेमिप्रभ-वीरसेन-महाभद्र-देवयश-अजितवीर्य जी महापूजन (Vidhyamaan 20 Teerthankar Poojan) नियम से मोक्ष सुख को प्रदान करने वाली है। विद्यमान बीस तीर्थंकर पूजा ( Vidhyamaan 20
श्री अहिच्छत्र पार्श्वनाथ पूजन | Ahichchhatr Parasnaath Pooja जिन्हे सभी भक्त जन अहिछ्त्र पारसनाथ एवं “तिखाल वाले बाबा” के नाम से भी जानते है। यह तीर्थ क्षेत्र उत्तर प्रदेश के
Ranila Adinath Jain Pooja: रानीला जी जैन तीर्थ पर विराजमान भूगर्भ से प्राप्त अतिशयकारी श्री आदिनाथ भगवान की प्रतिमा अत्यंत ही मनोज्ञरूप है। यह क्षेत्र हरियाणा के चरखी दादरी जिले
श्रुतपंचमी महापर्व ( Shrut Panchami Pooja) : शास्त्र पूजा का दिन जैनधर्म के प्रथम ग्रन्थ षट्खण्डागम की रचना अंकलेश्वर गुजरात में इसी दिन पूर्ण हुई थी। इस वर्ष यह 11 जून
Gautam Gandhar Pooja: वर्तमान शासननायक श्री महावीर प्रभु के प्रमुख शिष्य गुरु गौतम गणधर देव पूजा जन -जन की बुद्धि को सन्मार्ग पर लाने वाली महाचमत्कारी पूजा है। इस पूजन
Namokar Mahamantra Pooja: जैन धर्म के सर्व पूजनीय पञ्च परम पद में स्थित पाँच परमेष्ठी ( अरिहंत , सिद्ध , आचार्य, उपाध्याय, साधु ) को नमस्कार किया गया है जिसमे ऐसे
श्री महावीर स्वामी जी जिन पूजा (Shri Mahaveer Swami Ji Pooja) कविश्री वृन्दावनदास जी द्वारा अनुपम कृति है। इस पूजा को पढ़ते एवं सुनते वक्त मनुष्यों का हृदय भाव विभोर
Bade Baba Pooja: बड़े ही पुण्य के उदय से इस कलियुग में हम भक्तों को बड़े बाबा अर्थात प्रथम तीर्थंकर श्री आदिनाथ एवं छोटे बाबा आचार्य श्री विद्यासागर जी मुनिराज
Rishimandal Pooja : जन – जन के समस्त कष्टों को हरने वाला समस्त आधि- व्याधियों का नाशक यह स्तोत्र जैन दर्शन में अपना एक अलग ही स्थान को धारण करता