आया अवसर आज

आया अवसर आज

रूढा तोरण बंधावो रे

आया अवसर आज

आया अवसर आज (१)

 

रूढा तोरण बंधावो रे

चौक पुरावो रे

आया अवसर आज

तन मन में खुशियां छाई

नई उमंग है लाई

पर्व के दिन आए हो..हो.हो (२)

 

आतम की खिलती कलियां 

धर्म की है फुलझड़ियां 

सब आनंद पाए हो–हो हो- 

आया अवसर आज (३)

 

रूढा तोरण बंधावो रे 

आया अवसर आज

 शिरोदधि नीर लाओ

 प्रभु न्वहण कराओ

 केशर चंदन, 

तिलक लगाओ 

हो-हो-हो (४)

 

 फूल चंपेरी लाओ, 

प्रभु अंगिया रचाओ

 स्नात्र महोत्सव कराओ 

हो –हो-हो (५)

 

आया अवसर आज 

रूढा तोरण बंधावो रे

आया अवसर आज

प्रभु पालनहारे

प्रभु खेवणहारे

 प्रभु तो तारणहारे 

हो-हो-हो (६)

 

संगी दर्शन पाएं

 भक्ति में रम जाएं

चरणों में शीश झुकाए

 हो-हो-हो (७)

 

अन्तर्मन से—

अंतर मन से भक्ति 

दीप जलाओ रे 

प्रभु से प्रीत लगाओ रे

आया अवसर आज

रूढा तोरण बंधावो रे

आया अवसर आज. (८)

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