A HomeBhajan LyricsAatam Tat Kyoo Janoo (Hindi)Bhajan Lyrics Aatam Tat Kyoo Janoo (Hindi) JainAlerts3 months ago3 months ago0 Comments आतम तत क्यू जाणू जगतगुरु, एह विचार मुझ कहिये। आतम तत जाप्या विण निरमल, चित समाधि नवि लहिये ॥ मुनिसुव्रत… ॥१॥ कोई अबंध आतम तत मान, किरिया करतो दीसै। क्रिया तणो फल कोण भोगवै, इम पूछयां चित रीसे ॥ मुनिसुव्रत… ॥२॥ जड़ चेतन ए आतम एकज, थावर जंगम सरिखो। सुख दुख संकर दुध ण आवै, चित विचार जो परिखो ॥ मुनिसुव्रत… ॥३॥ एक कहै नित्यज आतम तत, आतम दरसण लीनो। कृत विनास अकृतागम दूषण, नवि देखै अति हीनो ॥ मुनिसुव्रत… ॥४॥ सुगत मत रागी कहै वादी, क्षणिक ए आतम जाणो । बंध मोख सुख दुख नवि घटै, एह विचार मन जागो ॥ मुनिसुव्रत… ॥५॥ भूत चतुष्क बरजी, आतम तत, सत्ता अलगी न घटै। अन्ध सकट जो नजर न देखै, तो स्यू कीजै सकटै ॥ मुनिसुव्रत… ॥६॥ इम अनेक वादी मत विभ्रम, संकट पडियो न लहै । चित समाधि ते माटे पूछौं, तुम बिण तत कोण कहै ॥ मुनिसुव्रत… ॥७॥ बलतूं जगगुरु इण परि भाखै, पक्षपात सहु छंडी। राग-द्वष मोहे पख वरजित, आतम सू रढ मंडी। मुनिसुव्रत… ॥८॥ आतम ध्यान करे जो कोऊ, सो फिर इण में नावै। वागजाल बोजौ सहु जाणे, एह तत्व चित चावै ॥ मुनिसुव्रत…॥९॥ जे विवेक धरि ए पख ग्रहियो, ते ततज्ञानी कहिये । श्री मुनिसुव्रत कृपा करो तो, ‘आनन्दघन’ पद लहियै ॥ मुनिसुव्रत… ॥१०॥ Shares: Previous PostTARANGA TIRTHNext PostTERA TIRTH Related Posts Bhajan Lyrics Ham Leene He Prabhu Dyan Me (Hindi) JainAlerts3 months ago Bhajan Lyrics मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जायेंगे…Jain Bhajan JainAlerts4 months ago Bhajan Lyrics Pitajee Re Nondhara Mookee (Hindi) JainAlerts4 months ago Bhajan Lyrics Muj Ghat Aavajo Re Nath (Hindi) JainAlerts2 months ago Bhajan Lyrics Jindagee Ke Chand Lamhe (Hindi) JainAlerts3 months ago Bhajan Lyrics Shvasho ma Mara | Jain Stavan | Hindi Lyrics JainAlerts4 weeks ago Leave a Reply Cancel replyYour email address will not be published. Required fields are marked * Save my name, email, and website in this browser for the next time I comment.