आखडा मारा प्रभु हरखाय छ

ज्यां तमारा मुखना दर्शन थाय छे (२ वार) आंखडी मारी प्रभु…

पग अधीरा दोडता देरासरे, (२ वार)

द्वारे पहोचुं त्यां अजंपो जाय छे

ज्यां तमारा मुखना दर्शन थाय छे (२ वार)

आंखडी मारी प्रभु… (२ वार)

देवनुं विमान जाणे उतर्यु, (२)

एवं मंदिर आपनुं सोहाय छे

ज्यां तमारा मुखना दर्शन थाय छे (२)

आंखडी मारी प्रभु… (२ वार)

चांदनी जेवी प्रतिमा आपनी, (२ वार)

तेज एनुं चोतरफ फेलाय छे.

ज्यां तमारा मुखना दर्शन थाय छे (२ वार)

आंखडी मारी प्रभु… (२ वार)

मुखडुं जाणे पूनमनो चंद्र मा, (२ वार)

चित्तमां ठंडक अनेरी थाय छे.

ज्यां तमारा मुखना दर्शन थाय छे (२ वार)

आंखडी मारी प्रभु… (२ वार)

बस! तमारा रूपने नीरख्या करूं, (२ वार)

लागणी एवी हृदयमां थाय छे

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