नेम मारा नेम, मने आपे संयम नेम…

 नेम व्हाला नेम, मने आपे संयम नेम…(१)

 

पल-पल संयम साधना काजे, हर पल संयम सरगम बाजे,

रोम-रोम मुज थनगने आजे, मुक्तिना पंथे विरतीना पंथे,

रजोहरण संग प्रीत लगाई, आई रे आई आज शुभ घडी आई,

नेम मारा नेम, मने आपे संयम नेम… 

नेम व्हाला नेम, मने आपे संयम नेम…(२)

 

भव भ्रमण मैं कर्या अनंता, चार गतिना फेरा रे फरता,

 गुरुवर मुज आतम मन जाणे, जिनशासननुं रतन बनावे,

मात-पिताना आशिष पामी, राजुल सम बनुं विरती दीवानी,

नेम मारा नेम, मने आपे संयम नेम….(३)

 

नेम व्हाला नेम, मने आपे संयम नेम….(४)

 

प्रभुनी पूजा अंतिम करता, तीर्थंकर सम संघने नमता, 

कर्म संग्रामनुं तिलक छे भाले, नंदी सूत्रने दिलमां ते धारे,

 केश क्लेश ने ममता त्यागी, वेश प्रभुनो धरी थउं वितरागी,

नेम मारा नेम, मने आपे संयम नेम…

 नेम व्हाला नेम, मने आपे संयम नेम….(५)

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