गुरु तारूं जीवन, गुरुनी छबी छे, 

रामनी दोलत, तुजमां समी छे, 

सादगी नुं ऐश्वर्य, तुजमां झळहले छे, 

देखाव्युं दंभथी तुं, दूर विहरे छे…(१)

 

स्वाध्याय रमणता, ए ज तारूं जीवन, 

प्रभुना वचनोमां, रहे तारुं तन-मन,

 प्रशम तारी मुद्रा जोई,सौना दिल ठरे छे, 

सूरि रामनी जाणे, स्मृति खीले छे….(२)

 

गुरु तुज माता, गुरु तुज पिता, 

विषम आ काळमां, सतज्ञान दाता, 

देहना रागथी, मुक्त रहेनारा, 

सूरि जगच्चदराजने, नमन छे अमारा, 

गुरु तारूं जीवन…(३)

 

तारी ज अमीद्रष्टि, ए ज मारी छे सृष्ठि,

 तारी ज उपस्थिति, सदा दे छे शक्ति, 

गुरु शुं कहुं हुं तुजने,

चाहुं छु हुं अनहद तुजने,

गुरु मारूं आतम धन, प्रभु नुं तुं छे दर्पण,

 गुरु तारूं जीवन…(४)

Shares:
Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *