वणमांग्यु आप्युं बधुं,

मारी नथी कोई मांगणी, 

मारा अंतःकरणनी,

आटली बस लागणी,

हुं तो जेवो तेवो छुं पण, 

प्रभु मने अपनावजो,

हे प्रभु मारा हृदयमां,

 दिवडो प्रगटावजो..

हे प्रभु मारा हृदयमां ॥१॥

 

आपने पोताना करवा, हुं प्रयत्न मांडु छु,

 सिद्धशिलाए पहोंचवा, हुं तो पगला पाडुं छुं, 

हुं कदी भूलो पडुं तो, हाथ मारो झालजो, 

मारा उपर नेह धरीने, करुणाने वरसावजो, 

हे प्रभु मारा हृदयमां ॥२॥

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