Jain Bhajan

एक नाम साँचा एक नाम प्यारा, लेले गुरु का अब तू सहारा-2

तेरे चरणों मैं हम सबका नमन हैं, विद्यासागर हैं नाम तिहारा-2

गुरुदेव मेरे गुरुदेव… भजले रे मन भजले…

१.सभी धर्मो के लोग हैं आते,-2

तेरी महिमा के सब गुण गाते -2

भक्ति का तूने हैं मार्ग दिखाया

मिल जुल कर हैं रहना सिखाया…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

२.धर्म के हैं ये पंथ निराले -2

गुरुवर को तू हृदय मैं बसा ले -2

नाम जपू मैं दिन रात तुम्हारा

नाम तुम्हारा हम सब का सहारा…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

३.केसी ये महिमा तुमने दिखाई -2

सच की राह हैं तूने बताई -2

जो भी तेरे शरण मैं हैं आता

खाली हाथ कभी भी ना जाता…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

४.विद्याधर से हुए विद्यासागर -2

रत्नत्रय के तुम हो सागर -2

तेरी वाणी हैं पावन वाणी

सुख पाते हैं लाखो प्राणी…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

५.चरण शरण की शीतल छाया -2

हे परमेश्वर सदा तुम्हे ध्याया -2

पंच महाव्रत धारी तुम्ही हो

पंचम युग अवतारी तुम्ही हो…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

६.धन्य वो भूमि जहा पर तूने -2

चौमासे का पर्व लगाया -2

चिंता मिटी जो तेरे दर आया

आचार्यो का मार्ग दिखाया…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

७.दीप की शोभा ज्योति से होती -2

शीप की सोभा मोती से होती -2

धर्म गगन का तू ही सितारा

संयम नियम का पालनहारा…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

८.गुरुकी सेवा से बढकर जग मे -2

कर्म नहीं हैं दूजा कोई -2

करती हवाएं ये जीवन नैया

तुम बन जाओ हमारे खिवइया…

एक नाम सांचा… गुरुदेव मेरे गुरुदेव…

  • ये भी पढे – साधना के रास्ते, आत्मा के वास्ते चल रे Jain Bhajan
  • ये भी पढे – ओ जगत के शांति दाता Jain Bhajan
  • ये भी पढे – जहाँ नेमी के चरण पड़े, गिरनार वो धरती है Jain Bhajan
  • ये भी पढे – मैं ज्ञानानंद स्वभावी हूं Jain Bhajan
  • ये भी पढे – अमृत से गगरी भरो, कि न्हवन प्रभु आज Jain Bhajan

Note

Shares:
Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *